विनोद kumar झा
नमस्कार! आप देख रहे हैं हमारी विशेष प्रस्तुति। आज हम बात करेंगे मकर संक्रांति के दिन किन-किन चीजों की दान करने बचें? मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है, जो हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ मनाया जाता है। यह पर्व नए साल का पहला बड़ा त्योहार होता है, जिसे पवित्र नदियों में स्नान, दान और सूर्य देव की पूजा के साथ मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर तिल, गुड़, खिचड़ी और वस्त्रों का दान शुभ माना जाता है। इस दिन तिल के लड्डू सूर्य देव को अर्पित किए जाते हैं और खिचड़ी खाने और बांटने की परंपरा का विशेष महत्व है।
इस दिन पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान करने से पुण्यफल की प्राप्ति होती है। हालांकि, मकर संक्रांति पर कुछ चीजों का दान अशुभ माना गया है। आइए जानते हैं वे कौन-कौन सी चीजें हैं जिन्हें इस दिन दान करने से बचना चाहिए।
काले रंग के कपड़ों का दान न करें : हिंदू धर्म में काला रंग अशुभ माना जाता है। यह नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। मकर संक्रांति के दिन काले रंग के कपड़ों का दान करने से ग्रहों के अशुभ प्रभाव बढ़ सकते हैं। इसके बजाय पीले रंग के वस्त्रों का दान करना शुभ होता है। ऐसा करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है।
कोई भी तेल का दान न करें : मकर संक्रांति के दिन तेल का दान करना अशुभ माना गया है। तेल का दान सेहत और जीवन के अन्य पहलुओं पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऐसा करने से शारीरिक परेशानियां बढ़ने की संभावना रहती है। इसलिए इस दिन तेल का दान करने से बचें।
नुकीली चीजों का दान न करें : मकर संक्रांति के दिन चाकू, कैंची या नुकीली वस्तुओं का दान करना शुभ नहीं माना जाता। इन वस्तुओं का दान घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ा सकता है, जिससे पारिवारिक कलह और विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। इस दिन ऐसी वस्तुओं के दान से बचना चाहिए।
दान करने का सही तरीका : मकर संक्रांति पर तिल, गुड़, खिचड़ी, आटा, चावल, पीले वस्त्र, कंबल और अन्य उपयोगी वस्त्रों का दान करना शुभ फलदायी होता है। इन चीजों के दान से पुण्यफल मिलता है और जीवन में सुख-शांति का संचार होता है।
मकर संक्रांति पर दान का विशेष महत्व है, लेकिन कुछ चीजों का दान करने से अशुभ परिणाम हो सकते हैं। इसलिए शास्त्रों के अनुसार उचित चीजों का ही दान करें और इस पर्व की सकारात्मक ऊर्जा का लाभ उठाएं।