सूर्यदेव हुए उत्तरायण: आज से दिन होंगे बड़े, ठंड में होगी कमी

विनोद kumar झा

 मकर संक्रांति के पावन अवसर पर सूर्यदेव उत्तरायण हो गए हैं। इसके साथ ही तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होगी और ठंड का असर कम होने लगेगा। मकर संक्रांति के साथ ही दिन बड़े होने लगेंगे और सूर्यदेव के उत्तरायण की यह अवधि अगले छह महीने तक चलेगी।  

मकर संक्रांति सालभर में पड़ने वाली 12 संक्रांतियों में सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसे हिन्दू धर्म में दान-पुण्य और शुभ कार्यों के लिए अत्यंत पवित्र तिथि माना गया है। इस दिन दान करने का महत्व शास्त्रों में विशेष रूप से बताया गया है।  

इसी के साथ खरमास समाप्त हो गया है और पवित्र माघ मास का आरंभ हो गया है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, आज से सभी मांगलिक और शुभ कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे। मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव ने राशि परिवर्तन कर अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश किया है।  

मकर संक्रांति पर स्नान और दान का महत्व  

मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान और दान को विशेष पुण्यदायी माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन कंबल, गर्म कपड़े, जूते, टोपी, तिल, गुड़, खिचड़ी, और घी जैसी चीजों का दान करना अत्यंत लाभकारी होता है।  

माना जाता है कि मकर संक्रांति पर दान करने से 10 अश्वमेघ यज्ञ और 1000 गायों के दान के बराबर फल मिलता है। यह न केवल पुण्य अर्जित करता है, बल्कि जीवन में सुख-शांति और सफलता भी लाता है। इसके अलावा, कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों का शुभ प्रभाव बढ़ता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।  

शुभ कार्यों की शुरुआत  

आज मकर संक्रांति के साथ ही मांगलिक कार्यों का आरंभ हो गया है। इस दिन को स्नान, दान और शुभ कर्मों के लिए सबसे पवित्र माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किए गए पुण्य कार्य भविष्य को उज्ज्वल और सुखमय बनाते हैं।  

मकर संक्रांति पर आस्था और परंपरा का यह पर्व पूरे देश में उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है।

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