कालांवाली (सुरेश जोरासिया)। हरियाणा के सीईटी पास कॉमर्स ग्रुप के अभ्यर्थियों के अच्छे दिन आने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। सैनी सरकार बनने के बाद, जब हरियाणा के बाकी सीईटी पास 23704 साथी नई नौकरी मिलने पर दिवाली मना रहे थे, तब कॉमर्स के 1296 पदों के दावेदार परीक्षार्थी मुंह लटकाए बैठे थे।
2021 से सीईटी की तैयारियों में दिन रात जुटे रहने के बाद, प्री क्लियर करने के बाद, जब 17 अक्टूबर 2024 को मेन्स परीक्षा के परिणाम घोषित हुए, तब इनके परिणाम को रोक लिया गया। दरअसल 2016 के एक कोर्ट केस के चलते, कॉमर्स ग्रुप के रिजल्ट पर रोक लगा दी गई थी। इस सीईटी के अंतर्गत कॉमर्स ग्रुप में कई अलग अलग पदों पर भर्ती होनी है, जैसे डिविजनल अकाउंटेंट, एस ओ, अकाउंटेंट, अकाउंट क्लर्क, अपर डिविजन क्लर्क, लोवर डिविजन क्लर्क इत्यादि। कोर्ट में जिस पोस्ट पर केस चल रहा था, वह लोवर डिविजन क्लर्क पद था।
15 जनवरी 2025 की सुनवाई में, माननीय पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने लोवर डिविजन क्लर्क (257 पदों) पर स्टे बरकरार रखते हुए बाकी कॉमर्स पदों पर से रोक हटा दी थीl जिसके बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन इनका रिजल्ट और ज्वाइनिंग देने के लिए स्वतंत्र है। परन्तु एचएसएससी इन अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित नहीं कर रही है, जिसके चलते कॉमर्स ग्रुप के बेरोजगार युवा दिन रात पंचकूला के चक्कर काट रहे हैं। कोर्ट के फैसले के तीन हफ्ते बाद भी एच एस एस सी द्वारा परिणाम जारी ना करने के कारण युवाओं में रोष है। इनमें से बहुत अभ्यर्थियों की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति अत्यंत कमजोर है। ये युवा सरकार और एच एस एस सी से जल्द से जल्द परिणाम घोषित कर ज्वाइनिंग देने की मांग कर रहे हैं।