प्रफुल्ल पांडेय खबर मार्निंग
नोएडा। नोएडा में आयोजित दिव्य श्री राम कथा में परम पूज्य संत विजय कौशल जी महाराज ने अनेक प्रेरणादायक और शिक्षाप्रद प्रसंगों का वर्णन किया। कथा में नारद-हिमाचल संवाद, श्री कृष्ण-सुदामा संवाद, मां पार्वती द्वारा भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए किया गया तप, सप्त ऋषियों द्वारा माता पार्वती की परीक्षा लेना और बाद में आशीर्वाद देना, देवताओं द्वारा भगवान शिव से विवाह के लिए अनुरोध, भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह तथा तारकासुर वध जैसे प्रमुख प्रसंग सुनाए गए।
महाराज जी ने अपने प्रवचनों में बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने कर्मों का फल भोगना ही पड़ता है। अच्छे कर्मों के माध्यम से व्यक्ति पुण्य अर्जित कर सकता है, लेकिन पाप के प्रभाव को टाल नहीं सकता। उन्होंने कहा, "जैसा कर्म आप करते हैं, वैसा ही फल आपको भोगना पड़ेगा।" उन्होंने यह भी बताया कि हमारे वर्तमान के कर्म ही भविष्य में हमारा भाग्य बनाते हैं। हालांकि, भगवान की कृपा से भाग्य में परिवर्तन संभव है, जैसे भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मित्र सुदामा को तिलक कर उनके जीवन में नूतन परिवर्तन लाया।
महाराज जी ने गुरु की महिमा का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान शंकर स्वयं जगत गुरु हैं। शिष्य को अपने गुरु पर संपूर्ण विश्वास रखना चाहिए और उनके प्रति मन में कभी कोई शंका नहीं लानी चाहिए। कथा के दौरान कई ऐसे भावपूर्ण क्षण आए, जब उपस्थित भक्तगण भक्ति भाव में विभोर हो गए।
कथा के प्रारंभ में मंगलमय परिवार नोएडा के अध्यक्ष महेश गुप्ता ने आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णा गोपाल का स्वागत किया। आज की कथा में नेवैद्य शर्मा, परमात्मा शरण बंसल, धर्मपाल गोयल, एन. के. अग्रवाल, एस. एन. गोयल, प्रमोद शर्मा, संजय गोयल, संजय गुप्ता, संदीप अग्रवाल, बलराज गोयल, महेंद्र शाह, विमल अग्रवाल, मुकुल वाजपेयी, राजीव अजमानी, हर्ष चतुर्वेदी, मनीष गुप्ता, संदीप तायल, पवन शर्मा, संजय बाली, अजय पुंडीर और विनय अग्रवाल सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कथा का समापन भक्तों के बीच आध्यात्मिक ऊर्जा और नई प्रेरणा के साथ हुआ।