प्रफुल्ल पांडेय खबर मार्निंग
नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के नंगली सकरावती स्थित साई गार्डन में प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 200 महिलाओं को महिला सशक्तिकरण सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना व दीप प्रज्वलित कर की गई थी।
इस अवसर पर प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष प्रदीप चन्द्र प्रजापति, मुख्य संयोजक ओम प्रकाश, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ईश्वर सिंह, महासचिव अनिल बंशीवाल,परमानंद , मुख्य महासचिव मलखान सिंह, राजेश कुमार, महिला अध्यक्ष उषा डोरीवाल, रमेश, पवन, राम गोपाल, मुकुंद, सुरेन्द्र सेन्दी, प्रवेश बंशीवाल, जगबीर सिंह,, विजयपाल, ओम प्रकाश कैशियर, धनराज, डोरीलाल सहित संस्था के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष प्रदीप चन्द्र प्रजापति ने बताया कि प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश प्रदेश की सबसे बड़ी संस्था है इसके लगभग 10000 के आसपास सदस्य हैं।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि पूरे देश और दुनिया में आज महिला दिवस को सेलिब्रेट किया जाता है। हर साल 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को विश्व की महिलाओं के योगदान, उनकी त्याग व साहस को समर्पित है। इस खास दिवस को महिलाओं के मान-सम्मान, सियासत व आर्थिक क्षेत्र में उनकी तरक्की के जश्न के तौर पर मनाया जाता है। महिलाएं आज के समय पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। कला से लेकर खेल, बिजनेस व साइंस से लेकर टेक्नोलॉजी तक हर क्षेत्र में महिलाएं कदम से कदम मिला चल रही है। ऐसे में समाज में उनके इसी योगदान व साहस के लिए आज अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया है।
प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश मुख्य महासचिव संगठन राजेश कुमार ने कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी को देवी का स्वरुप माना गया है और आज की नारी घर की जिम्मेदारियों से लेकर हर क्षेत्र में देश की प्रगति में योगदान दे रही है। इस विशेष दिन पर हम उन सभी महिलाओं को सलाम करते है, जिन्होंने अपने साहस, समर्पण व मेहनत से समाज में एक मिसाल कायम की है। हर वर्ष 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है, यह दिन महिलाओं के सम्मान में समर्पित है। हम सबके जीवन में महिला की भूमिका में मां, बहन, बेटी, बहू होती है, जिनके बिना हम अधूरे हैं, स्त्री है तो संसार है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने यह कार्यक्रम आयोजित किया था।