बुरा न मानो होली है....

भरि फगुआ बुढ़बा देबर लागै।

रंगों का त्योहार होली आ गया है! ढोल-नगाड़ों की गूंज, गुलाल की उड़ती बौछारें, और हंसी-ठिठोली से भरी गलियां, यही तो है होली का असली मजा! यह सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि प्यार, मस्ती और उल्लास का जश्न है, जहां हर कोई भेदभाव भूलकर एक-दूसरे को रंगों से सराबोर कर देता है। तो तैयार हो जाइए, क्योंकि इस होली, खुशियों की बौछार होने वाली है, रंगों की बरसात होने वाली है, और धमाल मचने वाला है!

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