जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए करें शनि अमावस्या पर ये खास उपाय

 विनोद कुमार झा

आज देश भर में शनि अमावस्या मनाई जा रही है, जो हिंदू धर्म में एक विशेष स्थान रखती है। इस दिन का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह शनिदेव को प्रसन्न करने का उत्तम अवसर माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं और कुछ चीजों का दान किया जाए, तो जीवन के सभी दुखों का अंत हो सकता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। आइए जानते हैं शनि अमावस्या के खास उपाय।

शनि अमावस्या के खास उपाय

 पीपल के वृक्ष की पूजा करें : शनि अमावस्या के दिन सुबह स्नान करने के बाद पीपल के वृक्ष की पूजा करें। जल अर्पित करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इससे शनिदेव की कृपा बनी रहती है।

शनिदेव के मंत्रों का जाप करें : इस दिन "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे जीवन में आ रही बाधाएं दूर होंगी और शुभ फल प्राप्त होंगे।

 तेल का दान करें : शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सरसों का तेल, उड़द दाल, काले तिल, लोहे की वस्तु और जूते-चप्पल का दान किसी जरूरतमंद को करें। इससे आपकी कुंडली में शनि दोष कम होगा और सफलता प्राप्त होगी।

गरीबों को भोजन कराएं : इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराने से शनिदेव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। विशेष रूप से खिचड़ी या काले चने का दान करना अत्यधिक लाभकारी होता है।

 हनुमान जी की आराधना करें : शनि अमावस्या के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और बजरंग बाण का पाठ करें। हनुमान जी की कृपा से शनि के प्रभाव को संतुलित किया जा सकता है।

 काले रंग के वस्त्र पहनें : इस दिन काले रंग के वस्त्र पहनना और काले तिल का सेवन करना शुभ माना जाता है। इससे शनि ग्रह का अशुभ प्रभाव कम होता है।

शनि अमावस्या का धार्मिक महत्व : शनि अमावस्या का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व अत्यंत खास होता है। इस दिन किए गए पुण्य कार्य और दान से न केवल शनि दोष से मुक्ति मिलती है, बल्कि यह जीवन में शांति और समृद्धि भी लाता है। यह दिन उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है जिनकी कुंडली में शनि दोष या साढ़ेसाती का प्रभाव चल रहा होता है।इस शनि अमावस्या पर उपरोक्त उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन को सुखमय और समृद्ध बना सकते हैं।

जय शनिदेव!

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