नई दिल्ली : दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की, जिससे करोड़ों भारतीय प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई। इससे पहले भारत ने 2002 और 2013 में यह खिताब जीता था।
न्यूजीलैंड की पारी: न्यूजीलैंड के कप्तान मिशेल सेंटनर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। न्यूजीलैंड की टीम ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 251 रन बनाए। भारतीय स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे न्यूजीलैंड का टॉप ऑर्डर लड़खड़ा गया। वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट चटकाए, जबकि जडेजा और अन्य गेंदबाजों ने भी किफायती गेंदबाजी की।
252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन बीच में लगातार विकेट गिरने से फैंस की टेंशन बढ़ गई। रोहित शर्मा ने 76 रनों की बेहतरीन पारी खेली, लेकिन उनके आउट होने के बाद भारत थोड़ा दबाव में आ गया। इसी बीच केएल राहुल ने संयम दिखाते हुए पारी संभाली और टीम को जीत के करीब पहुंचाया।
अंत में, जब भारत को जीत के लिए कुछ रन चाहिए थे, तब मैदान पर आए रविंद्र जडेजा। उन्होंने दबाव में शानदार बल्लेबाजी की और विजयी चौका लगाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
रविंद्र जडेजा पिछले 12-13 साल से भारत के प्रमुख ऑलराउंडर के रूप में टीम का अहम हिस्सा रहे हैं। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने नाबाद 33 रन बनाए थे और 2 विकेट लिए थे। उस टूर्नामेंट में वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे थे। अब 12 साल बाद, उन्होंने एक बार फिर आईसीसी इवेंट के व्हाइट बॉल फाइनल में विकेट चटकाया और अंत में विजयी चौका लगाकर भारत को चैंपियंस ट्रॉफी जिताई। यह उनके लिए और भारतीय क्रिकेट के लिए एक यादगार पल बन गया।
इस जीत के साथ, भारत क्रिकेट इतिहास में तीन बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाला पहला देश बन गया। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में परचम लहराया और एक बार फिर भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम युग की झलक दिखाई।
इस ऐतिहासिक जीत से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में उत्साह की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर भारतीय टीम और खासतौर पर जडेजा की जमकर तारीफ हो रही है। यह जीत न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए, बल्कि हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के लिए गर्व का क्षण बन गई।