बिहार का एक प्रमुख आध्यात्मिक और पर्यटन स्थल है मां कत्यायनी मंदिर

विनोद कुमार झा

बिहार के खगड़िया जिले में स्थित कत्यायनी माता मंदिर एक प्राचीन और पवित्र धार्मिक स्थल है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बदला धमारा स्टेशन और कोसी नदी के किनारे स्थित यह मंदिर न केवल आध्यात्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारत के 51 शक्ति पीठों में से एक होने के कारण भी विशेष महत्व रखता है।

यह मंदिर देवी शक्ति की उपासना का एक प्रमुख केंद्र है, जहां भक्तगण माता कत्यानी के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं। विशेष रूप से हर सोमवार को यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसा माना जाता है कि माता कत्यानी अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं और उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। नवरात्रि और अन्य पावन अवसरों पर यहां भव्य पूजा-अर्चना और उत्सवों का आयोजन किया जाता है, जो इस स्थान की धार्मिक आभा को और अधिक बढ़ा देता है।

प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन आकर्षण : यह मंदिर कोसी नदी के किनारे स्थित है, जो इसकी प्राकृतिक सुंदरता में चार चांद लगाती है। हरी-भरी वादियों और शांत वातावरण के बीच स्थित यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है, बल्कि यह पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का भी अवसर प्रदान करता है।

कैसे पहुंचे : कत्यायनी माता मंदिर तक पहुंचने के लिए बदला धमारा रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी स्टेशन है, जहां से श्रद्धालु आसानी से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। इसके अलावा, खगड़िया और सहरसा शहर से भी सड़क मार्ग द्वारा इस मंदिर तक आसानी से जाया जा सकता है।

पर्यटकों के लिए सुविधाएं : मंदिर परिसर में भक्तों और पर्यटकों के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें प्रसाद वितरण केंद्र, विश्राम गृह और भोजनालय शामिल हैं। इसके अलावा, यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय बाजारों से धार्मिक और सांस्कृतिक वस्तुएं भी खरीद सकते हैं।

कत्यायनी माता मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जो भक्तों और पर्यटकों को आध्यात्मिक शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत संगम प्रदान करता है। यदि आप धार्मिक आस्था और प्रकृति प्रेमी हैं, तो यह स्थान आपकी यात्रा सूची में अवश्य शामिल होना चाहिए।

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