चिंगारी से लगी आग ने 5 एकड़ भूसा जलाकर किया राख, ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति आक्रोश

 कालांवाली, 19 अप्रैल (सुरेश जोरासिया)। गेंहूं की कटाई का सीजन अपने चरम पर है और किसान खराब मौसम की आशंका के चलते तेजी से कटाई और चारा निर्माण में लगे हुए हैं। इसी दौरान कालांवाली क्षेत्र में दो अलग-अलग खेतों में मशीन से उठी चिंगारी ने विकराल रूप ले लिया और करीब 5 एकड़ भूसा जलकर राख हो गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा गांव किंगारा के जीवन सिंह पुत्र अजमेर सिंह के खेत में उस समय हुआ जब चारा काटने की मशीन तेज गर्मी और घर्षण के कारण चिंगारी छोड़ने लगी। चिंगारी ने देखते ही देखते खेत में रखे भूसे को चपेट में ले लिया और 2.5 एकड़ क्षेत्र में आग फैल गई।

इसी प्रकार की घटना पास के गांव जगमालवाली में भी सामने आई, जहां कर्मतेज सिंह पुत्र नछतर सिंह के खेत में मशीन से निकली चिंगारी ने 2.5 एकड़ भूसे को जलाकर राख कर दिया। दोनों स्थानों पर लगभग एक जैसी परिस्थितियों में आग लगी।

दमकल विभाग की देरी और ग्रामीणों की मुस्तैदी  

घटना की सूचना तुरंत 112 नंबर पर देकर दमकल विभाग को सूचित किया गया, लेकिन विभाग की गाड़ी लगभग 1 घंटे 30 मिनट की देरी से मौके पर पहुंची। इस दौरान, गांव के लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर अपने स्तर पर ही आग पर काबू पाया, जिससे कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई।

प्रशासनिक रवैये से ग्रामीणों में रोष

घटना के दौरान ग्रामीण जब आग बुझाने के लिए खेतों की ओर भागे, तो वहां मौजूद पुलिस प्रशासन ने उनकी मदद करने की बजाय चालान काटने की कार्रवाई शुरू कर दी, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला।

ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि, "जब खेत में आग लगी हो, तो प्राथमिकता आग बुझाने की होनी चाहिए या चालान काटने की?"

बाद में जब मौके पर ज्यादा लोग एकत्र हो गए, तब जाकर पुलिस ने उन्हें जाने दिया। इस व्यवहार को लेकर ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति असंतोष देखा गया।

नुकसान की भरपाई और भविष्य की मांग  

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए मशीनों की जांच व सुरक्षा उपायों को अनिवार्य किया जाए, साथ ही दमकल सेवाओं की तत्परता सुनिश्चित की जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।

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