विशेष संवाददाता, नई दिल्ली/देहरादून। चारधाम यात्रा 2025 का शुभारंभ 30 अप्रैल से होने जा रहा है और पूरे देश-विदेश में उत्साह का माहौल है। हर साल की तरह इस बार भी लाखों श्रद्धालु भगवान बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन के लिए उत्तराखंड की पर्वत श्रृंखलाओं में पहुँचने को तैयार हैं। यात्रा को लेकर पंजीकरण का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ते हुए 21 लाख के पार पहुँच चुका है। इसमें विदेशों से भी 24,729 श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेने के लिए पंजीकरण कराया है।
लेकिन इसी बीच एक दुर्भाग्यपूर्ण खबर ने इस पवित्र यात्रा से जुड़े वातावरण को गंभीर बना दिया है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से भारत आने वाले यात्रियों के वीजा पर रोक लगाने का सख्त निर्णय लिया है। इसका सीधा प्रभाव उन पाकिस्तानी हिंदुओं पर पड़ा है, जिन्होंने चारधाम यात्रा में शामिल होने का सपना संजोया था।
77 पाकिस्तानी हिंदुओं का टूटा सपना
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान से कुल 77 श्रद्धालुओं ने इस बार चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराया था। ये श्रद्धालु वर्षों से यात्रा करने का सपना देख रहे थे और विशेष अनुमति के तहत वीजा की प्रक्रिया में थे। लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले, और उसमें पाकिस्तान के तार जुड़े होने की आशंका के बाद, भारत सरकार ने आपात कदम उठाते हुए पाकिस्तानियों को वीजा जारी न करने का आदेश जारी कर दिया है। इसके साथ ही, पहले से भारत में शॉर्ट टर्म वीजा पर मौजूद पाकिस्तानियों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का निर्देश भी दिया गया है।
देशभर में आक्रोश, सरकार सख्त
पहलगाम में हुए इस कायराना हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर है। आतंकी गतिविधियों के पीछे पाकिस्तान की भूमिका को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा के लिहाज से यह कठोर निर्णय लिया। चारधाम यात्रा, जिसे भारत में धर्म, आस्था और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक माना जाता है, किसी भी तरह के सुरक्षा जोखिम से मुक्त रखना सरकार की प्राथमिकता है। ऐसे में यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए किसी भी संदिग्ध देश से आने वाले यात्रियों के प्रवेश पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
चारधाम यात्रा की तैयारियाँ जोरों पर
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। हाईटेक ड्रोन सर्विलांस, सीसीटीवी निगरानी, अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती, और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के प्रयास जारी हैं। इसके अलावा तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा, ऑनलाइन मेडिकल सहायता, और भीड़ प्रबंधन के लिए अलग-अलग स्तर पर योजनाएँ बनाई गई हैं।
विदेशी श्रद्धालुओं का रुझान बढ़ा
हालाँकि पाकिस्तान से आए श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा संभव नहीं हो सकेगी, लेकिन अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल, मारीशस और फिजी जैसे देशों से बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु इस बार चारधाम यात्रा का हिस्सा बनने के लिए पंजीकरण कर चुके हैं। उत्तराखंड सरकार ने विदेशियों के लिए विशेष सुविधाओं की भी व्यवस्था की है, जिसमें अलग काउंटर, भाषा सहायता और मेडिकल हेल्प डेस्क शामिल हैं।
श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस
पाकिस्तानी हिंदुओं के लिए यह फैसला निश्चित रूप से दुखद है। भारत में चारधाम यात्रा उनके लिए न केवल धार्मिक कर्तव्य थी, बल्कि अपनी सनातन संस्कृति से आत्मीय जुड़ाव का एक अवसर भी था। पाकिस्तान में बसे इन हिंदुओं के लिए अपने आराध्य स्थलों के दर्शन करना वर्षों की साधना का परिणाम था, जो अब अचानक टूट गया।
एक श्रद्धालु, जो पाकिस्तान के कराची से चारधाम यात्रा के लिए पंजीकृत था, ने मीडिया से फोन पर बातचीत में कहा , "हमने वर्षों से भगवान बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन का सपना देखा था। वीजा प्रक्रिया में भी कई कठिनाइयाँ पार की थीं। अब अचानक यह सपना चूर-चूर हो गया। दुख तो है, लेकिन भारत सरकार के निर्णय का हम सम्मान करते हैं।"
यात्रा में सुरक्षा सर्वोपरि
चारधाम यात्रा के आयोजन में लाखों लोगों का आस्था से जुड़ना एक बड़ी जिम्मेदारी है। पिछले वर्षों के अनुभवों को देखते हुए सुरक्षा को लेकर सरकार कोई चूक नहीं करना चाहती। इसीलिए आतंकी खतरे को भांपते हुए विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने मिलकर यह निर्णय लिया कि संदिग्ध देशों से आने वाले व्यक्तियों पर फिलहाल यात्रा में रोक लगाई जाए।
धर्म यात्रा पर साया, पर आस्था अडिग
जहाँ एक ओर चारधाम यात्रा को लेकर समूचे देश में उल्लास है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू भाइयों के लिए यह समय पीड़ा से भरा है। उनकी आस्था पर अस्थायी विराम भले ही लगा हो, परंतु उम्मीद की जाती है कि भविष्य में हालात सुधरने पर उनके सपनों की यह यात्रा अवश्य पूरी होगी। फिलहाल, भारत सरकार ने चारधाम यात्रा को पूरी सुरक्षा और भव्यता के साथ संपन्न कराने के लिए कमर कस ली है।
(रिपोर्ट : विशेष संवाददाता)