अंतिम अब प्रहार चाहिए

 "अंतिम अब प्रहार चाहिए"

वार नहीं संहार चाहिए 

उनकी हूरें भी कांप उठे 

ऐसा भीषण प्रतिकार चाहिए

अंतिम अब प्रहार चाहिए।

हिंदुओं की हुंकार चाहिए 

हर घर में हथियार चाहिए 

हिंदू से अब प्रतिकार चाहिए 

अंतिम अब प्रहार चाहिए।।

हर घर में दुर्गा का अवतार चाहिए

मलेच्छों पर गांडीव की टंकार चाहिए 

शत्रुओं पर भवानी का वार चाहिए 

अंतिम अब प्रहार चाहिए।।

- अर्पित मिश्रा, पहलगाम

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